व्यर्थ की चिंता तजो नववर्ष का स्वागत करो संग अपने यह नवल इतिहास स्वर्णिम ला रहा। व्यर्थ की चिंता तजो नववर्ष का स्वागत करो संग अपने यह नवल इतिहास स्वर्णिम ला र...
मृत्यु का भार सहोगे अब कैसे फसलों को भी सिंचोगे। मृत्यु का भार सहोगे अब कैसे फसलों को भी सिंचोगे।
मेरे कृष्ण मेरी नैय्या पार लगा देना, मुझे इस प्रपंच से इक बार तो बचा लेना। मेरे कृष्ण मेरी नैय्या पार लगा देना, मुझे इस प्रपंच से इक बार तो बचा लेना।
भाग्य के पौधे में डाल मेहनत का पानी, दुनिया होगी तेरे उपलब्धियों की दीवानी, भाग्य के पौधे में डाल मेहनत का पानी, दुनिया होगी तेरे उपलब्धियों की दीवानी,
फल भी कच्चे से पकने तक कुदरत की प्रतीक्षा ही करता। फल भी कच्चे से पकने तक कुदरत की प्रतीक्षा ही करता।
सुख दुख दोनों भाई और बहन हैं सुख दुख दोनों भाई और बहन हैं